खाद्य प्रणाली में संतुलन
भारत की सुनीता और नाइजीरिया की अबीके मक्का और गेहूं उगाने वाले छोटे किसान हैं । दुनिया में बढ़ती खाद्यान्न की मांग और बढ़ती उपभोक्ता कीमतों के बावजूद, दोनों ने शायद ही कभी अधिक आय अर्जित की है। यह हकीकत केवल इन देशों की नही है बल्कि इंडोनेशिया, पाकिस्तान, नाइजीरिया ,बंग्लादेश, मेक्सिको जैसे 10 देशों में जहां अधिकतर परिवारों की आजीविका कृषि पर निर्भर है, वहां उत्पादन लागत बढ़ने के कारण किसानों के मुनाफे का दायरा सिकुड़ता जा रहा है। इस चरमराती हुई खाद्य व्यवस्था के कारण इन परिवारों के खर्च ज्यादा बढ़ गये जिसके कारण यह परिवार अधिक गरीबी में जीने के लिए मजबूर हैं । इसका सबसे बडा प्रभाव यह है कि आज बडी संख्या मे लोग अपने खेत- खलिहानों को छोडकर गांव से शहरों और विदेशों की ओर पलायन कर रहे हैं।